शरीर मे देवी-देवता आना। ढोंग या सच

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शरीर मे देवी देवता का आना ओर भक्तों की दुख तकलीफ़ों को दूर करना। क्या देवी देवता सच मे किसी के शरीर मे परवेश कर सकते हैं ? ओर क्या देवी देवता किसी के शरीर मे आकार लोगों के दुख दर्द को ठीक कर देते हैं? जिनके शरीर मे देवी देवता आते हैं क्या वो सिर्फ नाटक भर करते हैं। अगर सच मे देवी देवता शरीर मे आते हैं तो क्या इसके पीछे किसी प्रकार की साइंस छिपी हुई है। या फिर यह आस्था के लिए किया गया एक नाटक भर है।

भारत मे बहुत से लोग यह मानते हैं कि शरीर मे सच देवी देवता परवेश करते हैं। शरीर मे देवी देवता कुछ खास अवसरों पर ही परवेश करते हैं जैसे जागरण ओर यह हर किसी मे नहीं बल्कि देवी देवता के खास भगत मे ही परवेश करते हैं। बहुत से लोग उनपर अटूट विश्वास करते हैं लेकिन बहुत से लोग उनको देवी देवता के नाम पर ढोंग ओर नाटक करने वाला मानते हैं।

शरीर मे देवी देवता के परवेश करने वाले लोगों की बात माने तो वह कहते हैं कि जिनके शरीर मे देवी देवता परवेश करते हैं वो उनके देख तकलीफ ओर भूत प्रेत बाधा को दूर कर देते हैं । यह बहुत आश्चर्य जनक बात है ओर यह किसी एक व्यक्ति के द्वारा नहीं कहा जाता बल्कि लाखो लोग यह दावा करते हैं। यही नहीं जिनमे देवी देवता परवेश करते हैं वो लोगों का भूतकाल नाम ओर समस्या भी बड़ी ही सटीकता से बताते हैं ।

उन लोगो को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता जो इन्हे ढोंग करने वाला मानते हैं । इन्हे ना मनाने वाले लोग इसे ढोंग ओर धर्म के नाम पर नाटक बाज़ी मानते हैं । इन्हे ना मनाने वाले लोग कहते हैं कि जगरणों ओर कीर्तनों मे एसी धुन बजाई जाती है कि देवी देवता के भक्तों मे जोश आ जाता है ओर शरीर पर कंट्रोल नहीं रहता। कुछ ब्रेन चेजिस आते हैं ओर वह खुद को देवी देवता समझने लगते हैं ।

शोध कर्ताओं ने भी इसपर शोध किए ओर पाया कि यह ब्रेन चेंजिस ओर दिमागी बीमारी का नतीजा होता है। और इसे नाम दिया मल्टीपल प्रसनलिटी डिसोर्डर या डिसोसिएटिव आइडेंटटी डिसोर्डर इस बीमारी के रोगी को लगता है कि उसके अंदर दूसरा व्यक्तितव मौजूद है या उसे इसका एहसास भी नहीं होता लेकिन वह दूसरा व्यक्तितव खास ही मोको पर ही व्यवहार करता है और वह व्यक्ति का पहला व्यक्तितव भूल जाता है लेकिन यह कुछ समय के लिए ही रहता है ।

यह शोध देवी देवता के शरीर मे परवेश करने के विषय मे फिट बैठती है लेकिन कुछ ही बातों मे । मल्टीपल प्रसनलिटी डिसोर्डर मे दूसरा व्यक्तितव खास ही मोको पर ही व्यवहार करता है यह भी इस देवी देवता के शरीर मे परवेश करने के विषय मे फिट बैठती है। यह कुछ समय के लिए ही रहता है । यह भी ठीक है । लेकिन किसी व्यक्ति का भूतकाल, नाम ओर परेशानियाँ मल्टीपल प्रसनलिटी डिसोर्डर का मरीज कैसे बता और ठीक कर सकता है।

हनुमानगढ़, राजयस्थान

यहाँ मोजूद है एक बागढ़ नाम का शहर। यहाँ के एक लोक देवता भारत मे दिन प्रतिदिन प्रख्यात हो रहें हैं। जिनका नाम है गोगा जाहर वीर । गोगा जाहर वीर के दिन प्रतिदिन परख्यात होने का कारण यही है कि यह अपने एक विशेष भक्त के शरीर मे आते हैं ओर अपने भक्तों की परेशानियों ओर प्रेत बाधा को दूर कर देते हैं। इनके मंदिर को मेडी का नाम दिया गया है। यह मंदिर हिमाचल, हरियाणा, उतरप्रदेश और भी बहुत से राज्यों मे मिलते हैं ।

आश्चर्य की बात तो यह है कि जब किसी भक्त मे ये देवता परवेश करते हैं तो एक लोहे के चाबुक से अपनी पर पिढ़ मारते हैं। यह चाबुक किसी नॉर्मल इंसान की पीठ पर लग जाए तो उसके होस ठिकाने न रहें। इतना ही नहीं बहुत बार तो लोहे के चाबुक को आग मे रखकर गरम करके लाल कर लिया जाता है।

इस चाबुक को वह भक्त अपनी पीठ पर मारता है जिसमे गोगा जी आते हैं। लेकिन जब गोगा जी अपने भक्त के शरीर से चले जाते हैं तो भक्त की पर न तो कोई दर्द रहता है न ही कोई निशान ।

यहाँ यह शख भी दूर हो जाता है कि यह कोई मल्टीपल प्रसनलिटी डिसोर्डर नहीं हैं। गोगा जी के बहुत से भक्तों से बात करके पता चला कि जिन भक्तों मे गोगा जी या कोई दूसरे देवि-देवता आते हैं। वह बिना इनकी भक्ति किए ओर नियमों का पालन किए बिना संभव ही नहीं है। जो भक्त भी इनकी भक्ति ओर नियमो का पालन करने मे खरा उतरता है उसी के शरीर मे ही यह देवी देवता परवेश करते हैं।

लेकिन क्या यह भूत भविष्य बता सकते हैं।

छतरपुर, मध्यप्रदेश

यहाँ मौजूद है बागेश्वर नाम का एक मंदिर जिसके प्रमुख हैं श्री धीरेंद्र कृष्ण जी इन्हे बागेश्वर महाराज के नाम से भी जानते हैं। इस मंदिर के प्रमुख देवता बाला जी हैं। यह देवता हनुमान जी का रूप हैं। श्री धीरेंद्र कृष्ण इनके प्रख्यात भक्तों मे से एक हैं। धीरेंद्र कृष्ण किसी के भी बारे मे पूरी जानकारी बिना उसका चेहरा देखे बता देते हैं। कहा जाता है कि यह हनुमान जी कि शक्ति के कारण होता है। धीरेंद्र कृष्ण जी एक पेज के उपर किसी भी व्यक्ति कि परेशानियाँ सवाल ओर उसके बारे मे पूरी जानकारी लिख देते हैं। क्या इसके पीछे कोई विज्ञान है या कोई शक्ति।

इतना ही नहीं जब किसी के शरीर मे भूत प्रेत आदि आते हैं तो वह भी यहाँ ठीक हो जाते हैं।

इससे उलट बहुत से लोग भूत प्रेत को दिमागी बीमारी बताते हैं लेकिन बहुत से भूत प्रेत के केस मे यह देखा गया है कि जब भूत प्रेत किसी के शरीर मे आते हैं तो वह अपने जीवन के बारे मे पूरी जानकारी दे देते हैं। यहाँ तक कि यह भी बता देते है कि उनकी मृत्यु कैसे हुई। जबकि जिस व्यक्ति के शरीर मे वह प्रेत परवेश करता है उस व्यक्ति का उस भूत या प्रेत से दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं होता।

यह हमेशा ही चर्चा का विषय रहेगा। इससे यह तो स्पष्ट है कि यह किसी प्रकार की दिमागी बीमारी नहीं है। यह वह राज़ है जो शायद एक न एक दिन दुनिया के सामने आयेगा। यह कभी नहीं आयेगा।

इस विडियो मे अंधविशास पर विशवाश करने पर ज़ोर नहीं दिया गया है बल्कि उस विषय पर चर्चा की गयी है जो शायद विज्ञान से परे है।

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