success story of sandeep maheshwari in hindi
दोस्तो यह कहानी एक एसे व्यक्ति की है जिसकी success story को पढ़कर आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि अगर संदीप महेश्वरी इतना कुछ कर सकता है तो मैं क्यों नहीं आखिर वो इंसान भी तो मेरे जैसा साधारण इंसान ही था जो अपनी मेहनत के दम पर इतना कामयाब इंसान बन गया है।
संदीप महेश्वरी दिल्ली मे एक मिडल क्लास फेमिली से बिलोंग करते थे और किराए के एक छोटे से दो कमरे के मकान मे रहता थे। उनके पिता जी का एक एलुमिनियम का बीजनेस्स था। जब वह बहुत ही कम उम्र के थे तब अपने आस पास साइकिल चलाते हुये अपनी उम्र के बच्चों को देख कर अपने पापा से साइकिल कि मांग करने लगे।
पर पिता जी ने कहा कि मैं कोई टाटा या बिरला नहीं हूँ जो तुम्हारी हर इच्छा को पूरा करूँ। तभी वह बच्चा अपनी माता जी के पास जाकर बोला माँ ये टाटा बिरला क्या है माँ ने कहा ये सब वह इंसान है जिनके पास बहुत पैसा है।
बस उसी दिन से उस बच्चे ने ठान लिया कि मुझे टाटा और बिरला की तरह बनाना है। लेकिन जब वे 14-15 साल के थे तब उनके पिता जी का किसी कारण से एलुमिनियम का बीजनेस्स बंद हो गया। वह बहुत मुसीबत मे आ गए और चिंता मे रहने लगे।
लड़के ने सोचा कि अब मुझे भी कुछ करना चाहिए। इसी सोच के साथ उसने hhtp pco चलाया लेकिन थोड़े समय बाद वह भी फ़ेल हो गया। बहुत से कॉल सेंटर मे नोकरी के लिए इंटरव्यू दिये लेकिन सफल न हो पाये। वह हर तरफ हार का मुंह देख रहे थे। इसी कारण वो एक समीनार मे गए 3 घंटे का पूरा उनके सिर के उपर से गया।
लेकिन लास्ट मे जब एक 21 साल के लड़के ने बताया कि वह सिर्फ एक महीने मे ढाई लाख रुपए कमाता है। तो उन्हे बहुत बड़ा छटका लगा। उनके मन मे विचार आया कि अगर ये लड़का सिर्फ एक महीने मे ढाई लाख रुपए कमाता है तो मैं क्यों नहीं कर सकता।
अब ये पॉइंट संदीप महेश्वरी की जिंदगी का टर्निंग पॉइंट था। अब उन्होने अपने पप्रोफेसन को ढूंढा। उनकी रुचि मॉडलिंग ओर फोटोग्राफी मे थी। उन्होने मॉडलिंग का एक कोर्स किया। उन्होने कॉलेज लेवल पर मॉडलिंग शुरू की पर ज्यादा कामयाबी हाथ न लगी। क्योंकि मॉडलिंग मे बहुत अधिक कोंपटीशन था। इसलिए उन्होने मॉडलस के सहायता करने की ठानी और मैश औडियो विज्वल नाम की एक कंपनी खोली। इसमे भी उनको ज्यादा कामयाबी नहीं मिली और वे फ़ेल हो गए।
अब उन्होने अपने दूसरे प्रोफेशन की शुरुआत की और फोटोग्राफी सीखि और सिर्फ दस घंटे मे 100 मॉडल की 10,000 फोटो क्लिक की और विश्व रिकोर्ड बना डाला। इस रिकोर्ड से उनको बहुत प्रसिद्धि मिली।
2006 मे उन्होने अपनी एक वाबसाइट imagesbazaar.com बनाई। शुरुआत मे तो इस वाबसाइट पर बहुत ही कम फोटो और थोड़े बहुत फॉटोग्राफर थे। लेकिन आज इस वाबसाइट पर विश्व के सबसे ज्यादा भारतीय इमेज हैं। यह वाबसाईट करोड़ों रुपये कमाती है।
यहाँ तक भी यह रुके नहीं और अपने जीवन के अनुभव दूसरों को बताते हैं और मोटीवेट करते हैं अच्छी बात यह है कि संदीप महेश्वरी अपने सभी सेमिनार मुफ्त मे करते हैं।
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